एजबेस्टन के मैदान में इंग्लैंड के टीम ने भारत के खिलाफ दूसरे पारी में 378 रनों का विशाल लक्ष्य को आसानी से हासिल कर आख़िरी टेस्ट अपने नाम किया।
इंग्लैंड के इस ऐतिहासिक रन चेस के बाद के साथ भारत का 15 साल बाद इंग्लैंड की सरजमीं में टेस्ट सीरीज का सपना इंग्लैंड के टूट गया और भारतीय टीम को पाँच मैचों की श्रृंखला को 2-2 के ड्रा के साथ संतुष्ट करना पड़ा ।
पांचवें टेस्ट के दौरान कमेंट्री बॉक्स में एक शब्द जो काफ़ी चर्चा का विषय रहा वो बैजबाल था
आखिर क्या है बैजबॉल शैली ?
बैज़बाल शैली की शुरुआत एशेज के बाद से शुरू होती हैं जब इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया में 4-0 से हार का सामना करना पड़ा था।
एशेज में मिली इस शर्मनाक हार के बाद कप्तान जो रुट और कोच क्रिस सिल्वरवुड को उनके पद से रवानगी की गई।
इसके बाद इंग्लैंड को मिला नया कप्तान बेन स्ट्रोक्स और कोच के रूप में पूर्व न्यूज़ीलैंड खिलाड़ी ब्रैंडन मैकुलम को चुना गया ।
"बैज़" मैकुलम का निकनेम है और जब से ब्रैंडन मैकुलम ने इंग्लैंड के टेस्ट कोच के रूप में कार्यभार संभाला है तब से इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट टीम की मैच खेलने की शैली में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है।
इंग्लैंड आक्रमक हो कर बैटिंग कर रही है इंग्लैंड के इस आक्रमक शैली से उनके टीम के प्रदर्शन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है जहाँ एक ओर टेस्ट चैंपियन न्यूज़ीलैंड को इंग्लिश टीम ने 3-0 से हराया वहीं भारत के ख़िलाफ़ 378 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल किया ।
इंग्लैंड हर स्थिति में मैच जीतने के लिए आक्रमक और बेखौफ बैटिंग की शैली ही बैज़बॉल है ।
एक बात तो तय है कि इस बैजबॉल शैली से इंग्लैंड कई नए रिकॉर्ड कायम करने जा रही है ।
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